कांग्रेसी राज्यों का स्टैंड, कहा - वैक्सीन पर सवाल उठाना ठीक नहीं, हम केंद्र के साथ
By: Pinki Sun, 10 Jan 2021 9:53:52
देश में वैक्सीनेशन ड्राइव 16 जनवरी से शुरू होना है। इस बीच, वैक्सीन पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है। शशि थरूर, जयराम रमेश जैसे कई नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल खड़े किए तो कांग्रेसी राज वाले राज्य पंजाब, झारखंड और राजस्थान के मंत्री वैक्सीन के पक्ष में खड़े हो गए। इन राज्यों के मंत्रियों ने साफ कहा कि वैक्सीन पर किसी तरह का सवाल खड़ा करना ठीक नहीं है।
झारखंड के मंत्री ने कह दिया कि जनहित के मामलों में वह केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं। वहां कांग्रेस गठबंधन की सरकार है। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा, 'जब केंद्र सरकार हमें वैक्सीन उपलब्ध करा रही है, तो उस पर बेवजह सवाल नहीं उठने चाहिए। वैक्सीन के ट्रायल हो चुके हैं। जब PM ने खुद सभी के साथ बैठकें की हैं, तो मुझे नहीं लगता कि वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह के सवाल किए जाने चाहिए।'
पंजाब के फूड एंड सप्लाई मिनिस्टर भारत भूषण ने कहा, 'कोविड-19 वैक्सीनेशन को विवादों में लाने की कोई जरूरत नहीं है। ये सभी के फायदे के लिए है। ये भारत और पूरी मानवता के लिए बड़ी उपलब्धि है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों में ड्राई रन कराया है। हम लोगों को इसमें किसी तरह के विवाद से बचना चाहिए। मैं उन वैज्ञानिकों को शुक्रिया कहना चाहता हूं जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीन को तैयार किया है।'
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, 'हम पब्लिक वेलफेयर और नेशनल वेलफेयर के मुद्दों पर राजनीति नहीं करते हैं। वैक्सीन के मामले में हम पूरी तरह से केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं। मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि किसी भी वैक्सीन का उपयोग करने से पहले केंद्र सरकार को इसकी प्रामाणिकता, प्रासंगिकता और उपयोगिता को समझना चाहिए। इसका प्रॉपर एक्सरसाइज जरूरी है। इस देश के लोगों को लैब नहीं बनाया जाना चाहिए।'
कोवैक्सिन और कोवीशील्ड को मिला है अप्रूवल
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की स्वदेशी कोवैक्सिन (COVAXIN) और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड (COVISHIELD) के इमरजेंसी यूज के लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मंजूरी दी है। वहीं, जायडस कैडिला हेल्थकेयर की जायकोव-डी को फेज-3 ट्रायल का अप्रूवल मिला है। 16 जनवरी से देशभर में वैक्सीनेशन ड्राइव भी शुरू हो जाएगा। पहले फेज में 3 करोड़ लोगों को इसका डोज दिया जाना है।